सोने-चांदी की कीमतों में एक बार फिर बड़ी तेजी देखने को मिली है। सोमवार, $15$ दिसंबर की सुबह देशभर में गोल्ड के रेट अचानक बढ़ गए। अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के कमजोर होने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में आगे कटौती की उम्मीदों ने सोने को मजबूत सपोर्ट दिया है। इसका सीधा असर भारतीय हाजिर बाजार पर भी पड़ा है।
आज सोने की कीमत में करीब ₹820 प्रति $10$ ग्राम तक की उछाल दर्ज की गई। देश के प्रमुख शहरों में $10$ ग्राम $(24$ कैरेट$)$ सोने की कीमत ₹1,34,000 के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गई है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये कीमतें बिना जीएसटी और मेकिंग चार्ज के हैं, यानी गहने खरीदते वक्त आपको इससे ज्यादा भुगतान करना पड़ सकता है।
देश के बड़े शहरों में गोल्ड के रेट
$15$ दिसंबर को देश के प्रमुख शहरों में $10$ ग्राम सोने (बिना GST) की कीमत (रुपये में) इस प्रकार है:
| शहर |
22 कैरेट सोना |
24 कैरेट सोना |
| दिल्ली |
₹1,23,650 |
₹1,34,880 |
| जयपुर |
₹1,23,650 |
₹1,34,880 |
| अहमदाबाद |
₹1,23,550 |
₹1,34,780 |
| पुणे |
₹1,23,550 |
₹1,34,780 |
| मुंबई |
₹1,23,500 |
₹1,34,730 |
| हैदराबाद |
₹1,23,500 |
₹1,34,730 |
| चेन्नई |
₹1,23,500 |
₹1,34,730 |
| बेंगलुरु |
₹1,23,500 |
₹1,34,730 |
| कोलकाता |
₹1,23,500 |
₹1,34,730 |
⚪ चांदी भी नहीं रही पीछे
सिर्फ सोना ही नहीं, बल्कि चांदी की कीमतों में भी भारी मजबूती देखने को मिली।
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घरेलू बाजार: घरेलू स्पॉट मार्केट में चांदी करीब ₹1,97,900 रुपये प्रति किलो पर पहुँच गई।
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अंतरराष्ट्रीय बाजार: अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी में $1\%$ से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई, जिससे निवेशकों का रुझान एक बार फिर कीमती धातुओं की ओर बढ़ता दिख रहा है।
🌍 अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिला बड़ा सपोर्ट
सोने की कीमतों में यह उछाल मुख्य रूप से ग्लोबल मार्केट के घटनाक्रमों के कारण आया है। ग्लोबल मार्केट में सोना करीब $0.74\%$ की बढ़त के साथ $4,326$ डॉलर प्रति औंस के आसपास ट्रेड कर रहा था।
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डॉलर का कमजोर होना: डॉलर के कमजोर होने से सोना उन निवेशकों के लिए सस्ता हो जाता है जो अन्य मुद्राओं का इस्तेमाल करते हैं, जिससे गोल्ड निवेश के लिए ज्यादा आकर्षक बन जाता है।
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फेड रेट कट की उम्मीद: अमेरिका में ब्याज दरों का घटना भी गोल्ड प्राइस को सपोर्ट देता है। जब ब्याज दरें घटती हैं, तो सरकारी बॉन्ड या फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे साधनों पर रिटर्न कम हो जाता है, जिससे निवेशक अपनी पूंजी को सुरक्षित हेवन माने जाने वाले सोने में लगाना शुरू कर देते हैं।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और ब्याज दरों में कटौती की संभावना बनी रहेगी, तब तक सोने और चांदी की कीमतों में तेजी का रुझान बना रह सकता है।