भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा 5 दिसंबर, 2025 को की गई 25 बेसिस पॉइंट (Basis Point) की रेपो रेट कटौती ने देश के रियल एस्टेट उद्योग में नई ऊर्जा का संचार किया है। इस कटौती के बाद रेपो दर $5.50\%$ से घटकर $5.25\%$ हो गई है, जो अकेले 2025 में कुल $125$ बेसिस पॉइंट की कमी को दर्शाती है। यह नीतिगत बदलाव, सरकार द्वारा लागू की गई GST 2.0 और RERA को मजबूत करने जैसी नीतियों के साथ मिलकर, घर खरीदारों के विश्वास को लगातार मजबूत कर रहा है। ब्याज दरों में आई यह नरमी न केवल घर खरीदने वालों के बजट को राहत देगी, बल्कि डेवलपर्स के लिए भी बड़ा सपोर्ट साबित होगी।
घर खरीदारों के लिए बड़ी राहत: EMI में कमी
RBI की इस कटौती का सबसे सीधा और बड़ा फायदा उन आम नागरिकों को मिलेगा, जो अपना घर खरीदने की योजना बना रहे हैं या मौजूदा होम लोन पर EMI का भुगतान कर रहे हैं। होम लोन की ब्याज दरें अब और सस्ती होने वाली हैं, जिससे मासिक ईएमआई (EMI) का बोझ कम होगा।
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किफायती घर: ब्याज दरें घटने से घर खरीदना पहले से अधिक आसान और किफायती हो जाएगा।
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टले हुए फैसले: पिछले एक साल में बढ़ती ब्याज दरों के कारण कई परिवारों ने अपने होम-बाइंग निर्णय टाल दिए थे। अब यह दर-कटौती उनके लिए एक बड़ा प्रोत्साहन बन सकती है।
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अनुकूल माहौल: खासकर मिड-सेगमेंट और किफायती घर ढूंढने वालों के लिए यह माहौल सबसे अधिक अनुकूल माना जा रहा है। EMI में कमी और आसान वित्तीय प्लानिंग से आवासीय बाजार में नई गति आने की संभावना है।
डेवलपर्स के लिए कम लागत और तेज़ लॉन्चिंग
रियल एस्टेट डेवलपर्स ने RBI के इस दूरदर्शी फैसले का खुले दिल से स्वागत किया है। उनके लिए यह कटौती कई मोर्चों पर राहत लेकर आई है:
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कम होगी प्रोजेक्ट लागत: कंस्ट्रक्शन फाइनेंस, लैंड एक्विज़िशन, और अन्य प्रोजेक्ट लोन की लागत कम होगी। इसका सीधा असर प्रोजेक्ट की कुल लागत पर पड़ेगा, जो पहले की तुलना में कम हो सकेगी।
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बढ़ेगा वित्तीय प्रवाह: यह नीति बाजार में वित्तीय प्रवाह (Liquidity) और स्थिरता को बढ़ाएगी।
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तेज़ लॉन्चिंग: सस्ते फाइनेंस के कारण डेवलपर्स को नए प्रोजेक्ट शुरू करने और उन्हें समय पर पूरा करने में मदद मिलेगी।
त्योहारी सीजन भी नजदीक है, जो परंपरागत रूप से रियल एस्टेट बिक्री के लिए सबसे सक्रिय समय होता है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि $2026$ की पहली तिमाही में नए बुकिंग और आवासीय प्रोजेक्ट्स की बिक्री में तेज़ सुधार देखा जाएगा।
डेवलपर्स की सकारात्मक प्रतिक्रिया
प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर्स ने इस कदम को बाजार के लिए अत्यंत सकारात्मक बताया है:
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मानिक मलिक (BPTP के CEO): इसे संतुलित और दूरदर्शी नीति बताते हुए कहा कि इससे बाजार में स्थिरता आएगी।
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राहुल सिंगला (मैप्सको ग्रुप के डायरेक्टर): कम ब्याज दरें खरीदारों को आत्मविश्वास देती हैं और इससे निर्णय लेने का समय तेज़ी से घटेगा।
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जितेंद्र यादव (रू $\text{ट्स}$ डेवलपर्स के डायरेक्टर): सस्ते होम लोन से मांग मजबूत होगी और नए प्रोजेक्ट्स की लॉन्चिंग तेज़ होगी।
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सुदीप भट्ट (व्हाइटलैंड कॉर्पोरेशन): दर-कटौती से फाइनेंस आसान होगा और बिना बिके घरों (unsold inventory) की बिक्री और तेज़ी से होगी।
डेवलपर्स को उम्मीद है कि $2026$ में नए लॉन्च और प्रोजेक्ट डिलीवरी की रफ्तार पहले से अधिक मजबूत होगी, जिससे रियल एस्टेट सेक्टर देश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देगा।