गाबा में खेले जा रहे दूसरे एशेज टेस्ट का दूसरा दिन पूरी तरह ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा। मैच की स्थिति अब पूरी तरह कंगारू टीम के नियंत्रण में है, क्योंकि दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 6 विकेट के नुकसान पर 378 रन बना लिए थे। इस तरह मेज़बान टीम ने इंग्लैंड पर 44 रनों की बढ़त हासिल कर ली है। इंग्लैंड की पहली पारी 334 रनों पर सिमटी थी और उसके बाद से मैच का रुख ऑस्ट्रेलिया ने मजबूती से अपने पक्ष में कर लिया है।
दूसरे दिन के खेल की शुरुआत इंग्लैंड के 325/9 स्कोर से हुई। उम्मीद थी कि जो रूट अपनी पारी को आगे बढ़ाकर टीम को 350 के आसपास पहुंचा देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। केवल 9 रन जोड़ने के बाद ही आखिरी बल्लेबाज जोफ्रा आर्चर 38 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इंग्लैंड की पहली पारी 334 रनों पर समाप्त हो गई। कप्तान जो रूट 138 रन बनाकर नाबाद लौटे और उन्होंने मुश्किल परिस्थिति में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
ऑस्ट्रेलियाई पारी की दमदार शुरुआत
उस्मान ख्वाजा के अनुपस्थित रहने के बाद ऑस्ट्रेलिया की ओपनिंग जोड़ी में बदलाव हुआ। ट्रेविस हेड ने जैक वेदराल्ड के साथ मिलकर पारी की शुरुआत की। दोनों बल्लेबाजों ने जिम्मेदारी के साथ खेलते हुए टीम को शानदार शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 77 रन जोड़े। हेड 33 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन वेदराल्ड ने अपने आक्रामक अंदाज से रन गति को आगे बढ़ाने में मदद की। 92 के स्ट्राइक रेट से खेलते हुए वेदराल्ड ने 72 रनों की पारी खेली और इंग्लैंड के गेंदबाजों पर लगातार दबाव बनाए रखा। उनकी बल्लेबाजी का अंदाज ऐसा था कि इंग्लिश बॉलिंग अटैक कभी भी लय में नहीं दिखा। वेदराल्ड के आउट होने के बाद कप्तान स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन ने पारी को आगे बढ़ाया।
लाबुशेन-स्मिथ की साझेदारी ने संभाला मोर्चा
लाबुशेन इस समय ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी के मुख्य स्तंभों में शामिल हैं और उन्होंने एक बार फिर अपनी क्षमता साबित की। उन्होंने 65 रनों की पारी खेली और टीम के स्कोर को 200 के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि जैसे ही वे 65 रन बनाकर आउट हुए, ऑस्ट्रेलिया ने 196 रनों के स्कोर पर अपना तीसरा विकेट गंवा दिया। उस समय मैच थोड़ा संतुलित दिख रहा था, लेकिन कप्तान स्टीव स्मिथ ने अपनी अनुभवी पारी से मैच पर दोबारा पकड़ मजबूत कर ली। स्मिथ ने अर्धशतक जड़ते हुए अपने अंदाज में बल्लेबाजी जारी रखी। इंग्लैंड के गेंदबाजों ने उन पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन स्मिथ की तकनीक और धैर्य के आगे वह सफल नहीं हो पाए। दूसरे छोर से एलेक्स केरी और मिशेल स्टार्क ने भी अहम योगदान दिया, जिससे स्कोर 350 के पार पहुंच सका।
इंग्लैंड की गेंदबाजी बनी चिंता का कारण
इंग्लैंड की गेंदबाजी इस मैच में अब तक औसत दर्जे की ही दिखाई दी है। जहां बल्लेबाजी में जो रूट ने टीम को संभाला, वहीं गेंदबाज कंगारू बल्लेबाजों पर निरंतर दबाव बनाने में नाकाम रहे। जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे अनुभवी गेंदबाज भी विकेट लेने के लिए संघर्ष करते नजर आए।
आगे का मैच रोमांचक
तीसरे दिन का खेल इस मुकाबले का रुख तय कर सकता है। यदि ऑस्ट्रेलिया 450 के आसपास का स्कोर खड़ा कर देती है तो इंग्लैंड पर दबाव कई गुना बढ़ जाएगा। दूसरी ओर, इंग्लैंड को अब जल्दी विकेट निकालने होंगे ताकि मैच में वापसी की उम्मीद बनी रही। स्पष्ट है कि फिलहाल दूसरे एशेज टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की पकड़ मज़बूत है और इंग्लैंड को मुकाबले में टिके रहने के लिए बेहद सधी हुई बल्लेबाजी और धारदार गेंदबाजी की जरूरत होगी।