अफगानिस्तान और पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा एक बार फिर गोलियों की गूँज से सहम उठी है। अफगानिस्तान के कंधार प्रांत के स्पिन बोलदक जिले में दोनों देशों की सेनाएं अचानक आमने-सामने आ गईं, जिसके बाद हल्के से लेकर भारी हथियारों तक का जमकर इस्तेमाल शुरू हो गया। स्थानीय सूत्रों ने अफगान मीडिया को बताया है कि यह झड़प इतनी तेज है कि डूरंड लाइन के दोनों ओर रहने वाले लोग दहशत में आकर अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगहों की ओर भागने को मजबूर हो गए हैं।
अफगान बॉर्डर पुलिस के प्रवक्ता अबेदुल्लाह फारूकी ने पुष्टि की है कि संघर्ष की शुरुआत पाकिस्तान की तरफ से हुई।
पाकिस्तान-अफगानिस्तान झड़प: ग्रेनेड से शुरुआत
अफगान अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तानी सैनिकों ने अचानक ग्रेनेड फेंकना शुरू कर दिया, जबकि अफगान बल संघर्षविराम का सख्ती से पालन कर रहे थे।
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जवाबी फायरिंग: फारूकी ने कहा कि अफगान सैनिकों ने जवाबी फायरिंग तभी की जब पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा। इसके बाद दोनों तरफ से गोलियों और रॉकेट जैसे भारी हथियारों का इस्तेमाल शुरू हो गया।
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नागरिक इलाकों में मोर्टार: स्थानीय लोगों के अनुसार, पाकिस्तानी फोर्सेज ने कई राउंड मोर्टार फायर किए, जो सीधे नागरिक इलाकों में गिरे। कई घरों को नुकसान पहुंचा है और लोग दहशत में हैं। इलाके में रहने वाले लोग लगातार गोलियों की आवाज़ सुन रहे हैं और उन्हें डर है कि झड़पें और बढ़ सकती हैं।
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पलायन: कई परिवारों ने रातोंरात अपना ज़रूरी सामान समेटकर गाँव छोड़ दिया है और सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं।
स्पिन बोलदक: एक संवेदनशील व्यापार मार्ग
स्पिन बोलदक वह इलाका है जहाँ पहले भी दोनों देशों के बीच कई बार तनाव भड़क चुका है। यह व्यापार और आवाजाही के लिए एक बेहद अहम सीमा पार (Border Point) बिंदु है, लेकिन हर कुछ महीनों में यहाँ फायरिंग की खबरें आती रहती हैं।
इस बार स्थानीय सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग की तीव्रता ज्यादा है और सेना लगातार नागरिक इलाकों को निशाना बना रही है।
विवाद की मुख्य वजह: डूरंड लाइन
यह अभी साफ नहीं है कि हाल की झड़प किस वजह से बढ़ी, लेकिन दोनों देशों के बीच तनाव की मुख्य वजह डूरंड लाइन को लेकर लंबे समय से चला आ रहा विवाद है:
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अफगानिस्तान: तालिबान समेत अफगानिस्तान इस $\text{2,640 किलोमीटर}$ लंबी सीमा को मान्यता नहीं देता।
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पाकिस्तान: वहीं, पाकिस्तान इसे दोनों देशों के बीच की आधिकारिक अंतर्राष्ट्रीय सीमा बताता है।
यही सीमा विवाद अक्सर तकरार और गोलीबारी का रूप ले लेता है। तालिबानी सरकार के स्तर पर अभी कोई विस्तृत बयान नहीं आया है, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। घायलों को मदद पहुँचाने के लिए मेडिकल कर्मचारियों को अलर्ट पर रखा गया है और कई इलाकों में एंबुलेंस भेजी गई हैं।